हरिद्वार से ग्राउंड रिपोर्ट:उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में निर्णय लिया है कि अत्यधिक पर्यावरणीय दबाव के कारण कुछ तीर्थ स्थलों पर यात्रियों की संख्या सीमित की जाएगी। खासकर गंगोत्री और केदारनाथ जैसे क्षेत्रों में केवल निर्धारित संख्या में ही श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाएगी।इस फैसले से साधु-संतों में आक्रोश फैल गया है। अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता ने कहा – “सरकार पर्यटन को बढ़ावा दे रही है लेकिन तीर्थ को सीमित कर रही है, यह धर्म विरोधी कदम है।”सरकार का कहना है कि यह निर्णय हिमालयी पर्यावरण की रक्षा के लिए ज़रूरी है।इस विवाद ने एक नया मुद्दा खड़ा कर दिया है – क्या धर्म की आस्था को पर्यावरण के नाम पर रोका जा सकता है?
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