अरविंद राठौर/ JAIPUR/ DAILY INDIATIMES/18 06 2025
राजस्थान में क्या होगा इंग्लिश मीडियम स्कूलों का? पहले सरकार राजी नहीं थी और अब बच्चे….

राजस्थान के इंग्लिश मीडियम स्कूलों में छात्रों की कमी चिंता का विषय है। गहलोत सरकार के समय खुले इन स्कूलों में अब विद्यार्थी कम आ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में 90 प्रतिशत सीटें खाली हैं। लगभग 1100 स्कूल बंद होने की स्थिति में हैं। शिक्षा विभाग प्रवेश प्रक्रिया को लेकर चिंतित है।

जयपुर: राजस्थान में गहलोत राज में खोली गई महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों के कारण बीते दिनों प्रदेश मेें काफी सियासी हलचल रही। वहीं अब यह स्कूल शिक्षा विभाग के लिए बड़ी चिंता का विषय बन गए है। पहले भजनलाल सरकार इन स्कूलों को बंद करना चाहती थी, अब सरकार अपना निर्णय बदलकर फिर से इन्हें चलाना चाहती है, तो अब पढ़ने लिए विद्यार्थी तैयार नहीं दिखाई दे रहे हैं। वर्तमान में नए शिक्षा सत्र के लिए इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन आंकड़ों पर नजर डालें, तो इंग्लिश मीडियम स्कूलों की स्थिति अब काफी चिंताजनक दिखाई दे रही है। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में 90 फीसदी सीटे अभी खाली हैे। जबकि एडमिशन के लिए रिपोर्टिंग करने की तिथि 25 जून है। ऐसी स्थिति में करीब 1100 स्कूले तो बंद होने के कगार पर है, जहां एक भी एडमिशन के लिए आवेदन ही नहीं आया। ऐसे में सवाल घूम रहा है, कि आखिर इन स्कूलों का क्या होगा?।
इंग्लिश मीडियम स्कूल में लगभग 5 लाख सीटें अभी भी खालीभजनलाल सरकार ने शुरुआत में इंग्लिश मीडियम स्कूलों को बंद करने की बात कहीं थी, लेकिन बाद में अपना निर्णय बदलकर इन स्कूलों का यथावत रखा है। नया शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद प्रवेश प्रक्रिया जारी है। प्रदेश के 3737 इंग्लिश मीडियम स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया के तहत 5 लाख 50000 सीटों पर केवल 50657 ही अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। ऐसी स्थिति में इन इंग्लिश मीडियम स्कूल में अभी भी 5 लाख सीटें अभी भी खाली है। इसके पीछे कई कारण माने जा रहे हैं। इधर, इंग्लिश मीडियम स्कूलों में 5 लाख सीटों का खाली रहना शिक्षा विभाग के लिए बड़ी चिंता का विषय है।